व्यष्टि अर्थशास्त्र का परिचय

प्रश्न - अर्थशास्त्र में 'वस्तु' से क्या आशय है?
उत्तर - वस्तु विशेष से आशय उन भौतिक मूर्त वस्तुओं से है, जिनका उपयोग लोगों की इच्छाओं तथा आवश्यकताओं की संतुष्टि के लिए किया जाता है। उदाहरण - भोजन , गाड़ी आदि ।
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प्रश्न - अर्थशास्त्र में 'व्यक्ति' से क्या आशय है?
उत्तर - अर्थशास्त्र में 'व्यक्ति' से आशय अपना निर्णय लेने में सक्षम इकाई से है। यह निर्णय लेने में सक्षम इकाई कोई एक अकेला व्यक्ति अथवा परिवार , समूह , फर्म, कंपनी, समिति या कोई अन्य संगठन हो सकता है ।

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प्रश्न - 'संसाधन' किसे कहते हैं?
उत्तर - 'संसाधन' से हमारा अभिप्राय उन वस्तुओं तथा सेवाओं से है, जिनका उपयोग अन्य वस्तुओं तथा सेवाओं का उत्पादन करने में होता है।
जैसे - भूमि , पूंजी , श्रम , औज़ार , मशीनें इत्यादि ।
मूल संसाधनों की संख्या 5 है - भूमि , पूंजी , श्रम , संगठन , साहस ।
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प्रश्न - जीवन की मौलिक आवश्यकताएँ कौन सी है?
उत्तर - जीवन की मौलिक आवश्यकताएँ इस प्रकार हैं - भोजन , वस्त्र , आवास , स्वास्थ्य , शिक्षा ।
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प्रश्न - संसाधनों के विनिधान से क्या आशय है ?
उत्तर - संसाधनों के विनिधान से हमारा आशय यह है कि किस संसाधन की कितनी मात्रा का उपयोग मात्र प्रत्येक वस्तु तथा सेवा के उत्पादन के लिए ही किया जाता है।
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प्रश्न - अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्याओं से क्या आशय है?
उत्तर - प्रत्येक अर्थव्यवस्था को इस समस्या का सामना करना पड़ता है कि विभिन्न संभावित वस्तुओं तथा सेवाओं के उत्पादन के लिए दुर्लभ संसाधनों का विनिधान किस प्रकार किया जाए अर्थात उनका उपयोग कैसे किया जाए । साथ ही यह भी निर्धारित करना पड़ता है कि वस्तुओं व सेवाओं का वितरण कैसे किया जाए ।
सीमित सांसाधनों का विनिधान तथा अंतिम वस्तुओं वस्तुओं व सेवाओं का वितरण ही किसी अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्याएँ होती हैं ।
सारांश रूप में संसाधनों का समुचित प्रयोग करके वस्तुओं व सेवाओं का उत्पादन तथा वितरण करना ही अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्याएँ होती हैं ।

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प्रश्न - अर्थशास्त्र की केंद्रीय समस्याओं को समझाइए ।

//अथवा//

अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्याओं की विवेचना कीजिए ।
उत्तर - अर्थशास्त्र की केंद्रीय समस्याएँ निम्नानुसार हैं -

(1) किन वस्तुओं का उत्पादन किया जाए और कितनी मात्रा में,
(2) वस्तुओं का उत्पादन कैसे किया जाए,
(3) वस्तुओं का उत्पादन किसके लिए किया जाए ।



(1) किन वस्तुओं का उत्पादन किया जाए और कितनी मात्रा में -

अर्थव्यवस्था में प्रत्येक समाज को यह निर्णय करना पड़ता है कि प्रत्येक संभावित वस्तुओं तथा सेवाओं में से किन - किन वस्तुओं और सेवाओं का कितना उत्पादन किया जाए। अधिक खाद्य पदार्थों, वस्तुओं या आवासों का निर्माण किया जाए अथवा विलासिता की वस्तुओं का अधिक उत्पादन किया जाए? कृषि जनित वस्तुओं का अधिक उत्पादन किया जाए अथवा औद्योगिक उत्पादों तथा सेवाओं का? शिक्षा तथा स्वास्थ्य पर अधिक संसाधनों का उपयोग किया जाए अथवा सैन्य सेवाओं के गठन पर? बुनियादी शिक्षा को बढ़ाने पर अधिक खर्च किया जाए या उच्च शिक्षा पर? उपयोग की वस्तुएं अधिक मात्रा में उत्पादित की जानी चाहिए या फिर निवेश परक वस्तुएं जैसे मशीन आदि।

(2) वस्तुओं का उत्पादन कैसे किया जाए -

प्रत्येक अर्थव्यवस्था में समाज को यह निर्णय करना पड़ता है कि विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं से उत्पादन करते समय किस - किस वस्तु या सेवा में किस - किस संसाधन की कितनी मात्रा का उपयोग किया जाए । अधिक श्रम का उपयोग किया जाए अथवा मशीनों का ? प्रत्येक वस्तु के उत्पादन के लिए उपलब्ध तकनीकों में से किस तकनीक को अपनाया जाए ? एक अर्थव्यवस्था को निर्णय लेना पड़ता है कि किन उपभोक्ता वस्तुओं (चावल, गेहूं, कपड़े) और किन पूंजीगत वस्तुओं (मशीन, उपकरण) का उत्पादन किया जाए। इसी प्रकार अर्थव्यवस्था को नागरिक वस्तुओं (मोबाइल फोन, टीव्ही आदि) और युद्ध सामग्री (बंदूकें, टैंक आदि) के बीच भी चयन करना होता है।

(3) वस्तुओं का उत्पादन किसके लिए किया जाए -

वस्तुओं का उत्पादन किसके लिए किया जाना चाहिए ? यह भी अर्थव्यवस्था की प्रमुख समस्या है। अर्थव्यवस्था में उत्पादित वस्तुओं की कितनी मात्रा किसे प्राप्त होगी ? अर्थव्यवस्था के उत्पाद को व्यक्ति विशेष के बीच किस प्रकार विभाजित किया जाना चाहिए ? किसे अधिक मात्रा प्राप्त होगी किसे कम ? इन सभी बातों का ध्यान अर्थव्यवस्था में रखना पड़ता है।
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प्रश्न 8 - परंपरागत रूप से अर्थशास्त्र की विषयवस्तु का अध्ययन किन दो व्यापक शाखाओं के अंतर्गत किया जाता है ?
उत्तर - परंपरागत रूप से अर्थशास्त्र की विषयवस्तु का अध्ययन निम्नलिखित दो व्यापक शाखाओं के अंतर्गत किया जाता है -
(1) व्यष्टि अर्थशास्त्र / सूक्ष्म अर्थशास्त्र / व्यक्तिगत अर्थशास्त्र/ Micro Economics,
(2) समष्टि अर्थशास्त्र / वृहद् अर्थशास्त्र / विस्तृत अर्थशास्त्र / Macro Economics

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प्रश्न - व्यष्टि अर्थशास्त्र / सूक्ष्म अर्थशास्त्र किसे कहते हैं ?
//अथवा//
व्यष्टि अर्थशास्त्र / सूक्ष्म अर्थशास्त्र के अध्ययन की विषय वस्तु क्या है ?
उत्तर - व्यष्टि अर्थशास्त्र, अर्थशास्त्र की वह शाखा है जिसके अंतर्गत छोटे स्तर पर आर्थिक क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है , इसके अंतर्गत एक उपभोक्ता, एक उत्पादक, एक फर्म अथवा एक उद्योग की आर्थिक क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है। व्यष्टि अर्थशास्त्र की विषयवस्तु कीमत विश्लेषण है।
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प्रश्न - आर्थिक विश्लेषण में 'व्यष्टि' एवं 'समष्टि' (Micro एवं Macro) शब्दों का प्रयोग सर्वप्रथम किस अर्थशास्त्री ने किया ?
उत्तर - रैगनर फ्रिश ने ।
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प्रश्न - कीमत सिद्धान्त का विश्लेषण अर्थशास्त्र की किस शाखा की विषय-वस्तु है ?
उत्तर - व्यष्टि अर्थशास्त्र की,

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प्रश्न - एक फर्म, एक उद्योग, एक वस्तु के मूल्य का अध्ययन क्षेत्र अर्थशास्त्र की किस शाखा के अंतर्गत शामिल है ?
उत्तर - व्यष्टि अर्थशास्त्र

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प्रश्न - भारतीय अर्थव्यवस्था कैसी है ?
अथवा
भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रकृति कैसी है ?
अथवा
भारत में किस प्रकार की अर्थव्यवस्था को अपनाया गया है?
उत्तर - भारतीय अर्थव्यवस्था मिश्रित अर्थव्यवस्था है । पूंजीवादी और समाजवादी अर्थव्यवस्था के मिश्रण को मिश्रित अर्थव्यवस्था कहते हैं।
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प्रश्न - मिश्रित अर्थव्यवस्था से क्या आशय है ?
उत्तर - ऐसी अर्थव्यवस्था जिसमें निजी स्वामित्व एवं समाजवादी (सार्वजनिक) स्वामित्व का मिश्रण हो , उसे मिश्रित अर्थव्यवस्था कहा जाता है ।
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प्रश्न - निजी / पूंजीवादी अर्थव्यवस्था किसे कहते हैं ?
उत्तर - ऐसी अर्थव्यवस्था जिसमें उत्पादन के साधनों पर निजी स्वामित्व होता है , उसे निजी / पूंजीवादी अर्थव्यवस्था कहा जाता है । इस आर्थिक प्रणाली में एक बड़ा निजी क्षेत्र होता है और व्यवसाय अधिशेष कुछ विशेष लोगों द्वारा ही नियंत्रित होता है । इस प्रणाली में उद्देश्य अधिकतम लाभ प्राप्त करना होता है ।
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प्रश्न - समाजवादी (सार्वजनिक) अर्थव्यवस्था किसे कहते हैं ?
उत्तर - ऐसी अर्थव्यवस्था जिसमें उत्पादन के साधनों पर निजी स्वामित्व न होकर सरकार का स्वामित्व होता है, उसे समाजवादी (सार्वजनिक) अर्थव्यवस्था कहते हैं। इस आर्थिक प्रणाली में उत्पादन , वितरण आदि पर सरकार का नियंत्रण होता है । इस प्रणाली में उद्देश्य जनता का अधिकतम कल्याण करना होता है ।
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प्रश्न - आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक के रूप में किसे जाना जाता है ?
उत्तर - आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक के रूप में प्रोफेसर मार्शल को जाना जाता है।
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प्रश्न - किसने कहा कि "अर्थशास्त्र धन का विज्ञान है" ?
उत्तर - "अर्थशास्त्र, धन का विज्ञान है" यह कथन प्रो. एडम स्मिथ का है।
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प्रश्न - केंद्रीकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था एवं बाजार अर्थव्यवस्था का मिश्रण क्या कहलाता है?
उत्तर - केंद्रीकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था एवं बाज़ार अर्थव्यवस्था का मिश्रण 'मिश्रित अर्थव्यस्था' कहलाता है।
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प्रश्न - संसाधनों के पूर्ण उपयोग वाला बिन्दु उत्पादन संभावना वक्र के किस ओर पाया जाता है?
उत्तर - संसाधनों के पूर्ण उपयोग वाला बिन्दु उत्पादन संभावना वक्र के ऊपर की ओर पाया जाता है।
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प्रश्न - व्यष्टि अर्थशास्त्र का प्रमुख यंत्र क्या है?
उत्तर - व्यष्टि अर्थशास्त्र का प्रमुख यंत्र कीमत विश्लेषण है ।

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प्रश्न - आधारभूत आर्थिक समस्या कौन सी है?
उत्तर - आधारभूत आर्थिक समस्या किसी वस्तु की सीमितता (सीमित मात्रा) तथा चुनाव है।

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प्रश्न - किस प्रकार की अर्थव्यवस्था में राज्य का हस्तक्षेप नहीं रहता?
उत्तर - पूंजीवादी अर्थव्यवस्था में राज्य का हस्तक्षेप नहीं रहता है ।
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प्रश्न - किस प्रकार की अर्थव्यवस्था में व्यापार पर कोई प्रतिबंध नहीं रहता ?
उत्तर - खुली अर्थव्यस्था में व्यापार पर कोई प्रतिबंध नहीं रहता ।
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प्रश्न - वर्ग संघर्ष किस अर्थव्यवस्था की विशेषता है ?
उत्तर - वर्ग संघर्ष पूंजीवाद की विशेषता है।
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प्रश्न - किस अर्थव्यवस्था में निजी क्षेत्र को सीमित कर दिया जाता है?
उत्तर - समाजवादी अर्थव्यवस्था में निजी क्षेत्र को सीमित कर दिया जाता है।
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प्रश्न - अर्थशास्त्र की विषयवस्तु क्या है?
//अथवा//
व्यष्टि और समष्टि अर्थशास्त्र की विषयवस्तु क्या है?
उत्तर - अर्थशास्त्र की विषयवस्तु उत्पादन , उपभोग , विनिमय , वितरण एवं राजस्व हैं । आधुनिक अर्थशास्त्र में इन सभी को दो भागों में रखा गया है -
व्यष्टि आर्थिक विश्लेषण - इसमें व्यक्तिगत इकाइयों का अध्ययन किया जाता है। जैसे - एक व्यक्ति , उपभोक्ता , फर्म , उद्योग , कंपनी आदि ।
समष्टि आर्थिक विश्लेषण - इसमें सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था या अर्थव्यवस्था के योगों का अध्ययन किया जाता है। जैसे - राष्ट्रीय आय , राष्ट्रीय बचत , कुल उपभोग , कुल आय आदि ।

Sun Oct 29, 2023

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